फर्जी तरीके से शादी करने वाले सावधान,पंडित बताएगा तो ही रजिस्ट्रेशन हो पाएगा,यूपी में शादी पंजीकरण को लेकर बदला नियम – प्रयागराज Purvanchal 24×7 News

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पंडित बताएगा तो ही रजिस्ट्रेशन हो पाएगा,यूपी में शादी पंजीकरण को लेकर बदला नियम
अब शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए सिर्फ़ सात फेरे नहीं…
पंडित की गवाही, वीडियो रिकॉर्डिंग भी होंगे अनिवार्य

उत्तर प्रदेश में अब परिवार की सहमति के बिना गुपचुप तरीके से विवाह कर उसका पंजीकरण कराना आसान नहीं रहेगा. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में आईजी निबंधन ने विवाह पंजीकरण को लेकर नए अंतरिम दिशा-निर्देश जारी किए हैं. अब विवाह पंजीकरण केवल उसी जिले में किया जाएगा जहां वर-वधु या उनके माता-पिता निवास करते हों. इसके साथ ही विवाह के साक्ष्य के रूप में सिर्फ फोटो या कार्ड काफी नहीं होगा, विवाह कराने वाले पंडित या पुरोहित की गवाही और शपथ पत्र अनिवार्य होगी. जानिए और किन बातों का रखना होगा ध्यान…

01 अब सिर्फ़ फोटो या कार्ड से नहीं होगा काम, शादी कराने वाले पंडित की गवाही और शपथ पत्र अनिवार्य

02 शादी कराते वक्त पंडित जी को पंजीकरण के समय शारीरिक रूप से मौजूद रहना होगा।

03 शपथ पत्र में उसका नाम, पता, आधार कार्ड की प्रति, वैध पहचान पत्र, मोबाइल नंबर और फोटो शामिल होगी।

04 अगर घरवालों की मर्जी के बिना शादी की है तो पेन ड्राइव में शादी की वीडियो रिकॉर्डिंग देनी होगी।

05 विवाह का रजिस्ट्रेशन वहीं होगा जहां वर-वधु या उनके माता-पिता रहते हों

06 अगर परिवार मौजूद हो और अधिकारी प्रामाणिकता से संतुष्ट लगे, तो नियमों में पूरी या आंशिक छूट मिल सकती है।

06 पंजीकरण प्रमाणपत्र पर यह दर्ज़ करना अनिवार्य होगा कि कोर्ट के निर्देशों का पूरी तरह पालन हुआ है।

07 हर कार्यालय में एक पंजिका रखी जाएगी, जिसे सहायक महानिरीक्षक हर महीने प्रमाणित करेगा।

उत्तर प्रदेश में मैरिज रजिस्ट्रेशन के नियम अब बदल गए हैं. शुक्रवार शाम इस लेकर आदेश जारी किया गया था. अब शादी का रजिस्ट्रेशन शादी वाली जगह के आधार पर नहीं बल्कि उस जगह की तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में किया जाएगा. जहां वर-वधू या उनके माता-पिता रहते हैं. शादी रजिस्ट्रेशन के दौरान परिवार के एक सदस्य को भी वहां मौजूद रहना होगा।

बिना गवाही शादी का पंजीकरण नहीं होगा


अगर किसी वजह से परिवार का सदस्य नहीं आ सकता तो शादी कराने वाले पंडित, मौलवी या पारदी को कार्यालय में आना होगा. उनकी गवाही के बाद ही शादी रजिस्टर हो सकेगी.इतना ही नहीं एक पेन ड्राइव में शादी का वीडियो भी दफ्तर में जमा करना होगा।

फर्जी तरीके से शादी करने वाले सावधान


बता दें कि पहले मैरिज रजिस्ट्रेशन वैवाहिक स्थल के आधार पर होता था. इस व्यवस्था में कई बार फर्जी तरीके से शादी कराने को लेकर भी सवाल उठते थे. सरकार ने यह कदम मैरिज रजिस्ट्रेशन में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने के लिए उठाया है. अब सभी को इस नियम का पालन करना होगा।

मैरिज रजिस्ट्रेशन का नया नियम शनिवार से लागू


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एआईजी स्टांप पुष्पेंद्र कुमार ने कहा कि मैरिज रजिस्ट्रेशन को लेकर प्रशासन ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया था. नया नियम शनिवार से लागू हो गया है. सब रजिस्ट्रार को भी इस मामले में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

अब पंडित की गवाही होगी जरूरी


नया नियम लागू होने के बाद परिवार की मर्जी के बिना गुपचुप शादी करके रजिस्ट्रेशन करवाना आसान नहीं होगा.शादी संबंध आधे-अधूरे साक्ष्य नहीं चलेंगे. शादी के पक्के साक्ष्य और पंडित की गवाही अब जरूरी होगी. शनिदेव बनाम यूपी सरकार के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

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Author: Purvanchal 24x7

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