काश्तकारों का भुगतान रूका, हाईवे निर्माण पर ब्रेक मुआवजा न मिलने और भूमि अधिक अधिग्रहण का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के मनेछा गांव में चल रहे काशी-अकबरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (बाईपास) के नवनिर्माण कार्य को शनिवार को दर्जनों ग्रामीणों ने रोक दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना समुचित मुआवजा दिए उनकी भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। कलवारी पोखरा से चक शाह ग्यास, चक मारूफपुर, कनवरिया, रुधौली, मारूफपुर, सफीपुर और महरौडा होते हुए बन रहे इस मार्ग के निर्माण स्थल पर अचानक ग्रामीणों का जमावड़ा हुआ और काम बंद करा दिया।

सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार पीयूष सिंह, कानूनगो संजय राय, लेखपाल पुनीत, अनिरुद्ध, अंकित, परियोजना प्रबंधक दिनेश पटेल आदि मौके पर पहुंच गये। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन सभी किसान अपनी मांगों पर अडिग रहे।

इस विरोध में अशोक बिन्द, बाबूराम, तिलकधारी, रामकरण, रामबली, चंद्रिका, रामफेर, लालचंद, फूलचंद, राम सिंगार, रामचंद्र, मोहन बिन्द, छविराज गौतम, संदीप गुप्ता, अशोक गुप्ता समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक निर्माण कार्य नहीं शुरू होने दिया जायेगा।

तहसीलदार ने दिया आश्वासन
तहसीलदार आशीष सिंह से फोन पर वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि एनएचआई अधिकारियों से बातचीत हुई है और बुधवार तक सभी काश्तकारों को भुगतान कर दिया जाएगा। साथ ही प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देश दिया गया कि भुगतान न होने तक कार्य रोक दिया जाय।

जमीन अधिग्रहण में अनियमितता का आरोप
ग्रामीणों ने सिर्फ मुआवजे की देरी का ही नहीं, बल्कि भूमि अधिग्रहण में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया। किसानों का कहना है कि उन्हें 3 बिस्वा जमीन का नोटिस मिला लेकिन चौदह बिस्वा जमीन जबरन कब्जाई जा रही है। किसान रामधारी, रामफेर बिंद सहित अन्य ने प्रशासन पर उचित माप-जोख के बिना कार्यवाही करने का आरोप लगाया।





