ब्रेकिंग जौनपुर: प्रधान ने अपने रिश्तेदारों को मजदूर बनाकर किया 34 लाख रुपये का दुरुपयोग,डीएम ने दिया जांच का आदेश – जौनपुर Purvanchal 24×7 News

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जौनपुर: प्रधान ने अपने रिश्तेदारों को मजदूर बनाकर किया 34 लाख रुपये का दुरुपयोग, डीएम ने उठाया कठोर कदम,
आरोपी प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर रोक,

ग्राम प्रधान पर चचेरे भाई-बहनों के खाते में लाखों रुपये भुगतान करने का आरोप,

जौनपुर। जिले के एक गांव के प्रधान जी पर अपने परिवार और करीबी रिश्तेदारों को मनरेगा मजदूर बनाकर सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। यह सनसनीखेज मामला प्रकाश में आते ही डीएम ने इसकी जांच जिला विकास अधिकारी को सौप दिया तथा प्रधान और सिक्रेट्री वित्तीय एवं प्रशासनिक कार्यो पर रोक लगा दिया है। यह मामला सामने आने के बाद अन्य प्रधानों में हड़कंप मच गया है।
सुजानगंज ब्लॉक के साड़ीकला गांव के निवासी राजेंद्र प्रसाद उपाध्याय पुत्र महादेव उपाध्याय ने ग्राम पंचायत में वर्तमान प्रधान सुभाष चंद्र मौर्य पर आरोप लगाया था।

आरोप पत्र में बताया गया है कि प्रधान ने शासनादेश के खिलाफ अपने ही परिवार व सगे संबंधियों का अलग-अलग जॉब कार्ड बनाकर बिना कार्य ही कई लाख रुपये का भुगतान कराया गया। शिकायत पर उपायुक्त श्रम रोजगार अधिकारी ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी जौनपुर को जांच की जिम्मेदारी दी। जांच में मनरेगा योजना अंतर्गत कराए गए कार्यों में ग्राम प्रधान से संबंधित 15 व्यक्तियों पर 342862 रुपये के दुरुपयोग मिला। इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने संबंधित सचिव ग्राम पंचायत को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।

स्पष्टीकरण साक्ष्य सहित पत्र प्राप्ति के 21 दिन के भीतर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था। नोटिस के क्रम में प्रस्तुत उत्तर स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद तत्कालीन सीडीओ साईं तेजा सीलम ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी स्पष्ट जांच आख्या देने को कहा। जांच प्रक्रिया में विलंब होने पर शिकायतकर्ता अपने अधिवक्ता के माध्यम से उच्च न्यायालय इलाहाबाद में अवमानना याचिका दाखिल कर दिया। इसके क्रम में जांच में पता चला की प्रधान द्वारा मनरेगा मजदूरी भुगतान ही नहीं बल्कि कार्यों में भी लापरवाही की गई है। इसके लिए संबंधित ग्राम प्रधान ग्राम सचिव मनरेगा से संबंधित अन्य कर्मचारी अधिकारी प्रथम दृष्टया दोषी हैं।

डीएम ने जिला विकास अधिकारी को दी मामले की जांच की जिम्मेदारी

जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने मीडिया को बताया कि जिला विकास अधिकारी जौनपुर को जांच अधिकारी नामित किया है। जांच की जा रही है। अंतिम जांच से मुक्त होने तक ग्राम पंचायत साड़ीकला के प्रधान व सचिव के सभी वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगाई है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

इन खातों में प्रधान द्वारा भेजे गए पैसे

भतीजे प्रवीण के खाते में 25498 रुपये

भतीजे प्रशांत कुमार के खाते में 26458 रुपये

बहन संजू देवी के खाते में 35952 रुपये

नवीन कुमार निवासी ग्राम पंचायत सुल्तानपुर के खाते में 17686 रुपये

भाभी उषा पत्नी इंद्रजीत कुमार के खाते में 2760 रुपये

चचेरी बहन दीपिका के खाते में 21177 रुपये

चचेरी भाभी आभा के खाते में 13332 रुपये

चचेरे भाई मुकेश कुमार के खाते में 34951 रुपये

भतीजे प्रिंस कुमार के खाते में 40058 रुपये

ग्राम रोजगार सेवक की पत्नी के खाते में 25276 रुपये

चचेरे भाई राजेश कुमार के खाते में 9180 रुपये का

चचेरे भाई ज्ञानेंद्र कुमार के खाते में 29622 रुपये

चचेरी बहन दीपमाला के खाते में 18282 रुपये

चचेरे भाई अमित कुमार के खाते में 22512 रुपये

चचेरे भाई कृष्ण चंद के खाते में 20118 रुपये

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Author: Purvanchal 24x7

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